जो हमारे करीब होता है, वो अक्सर हमसे किये वादें भूल जाया करता है |
वहीं जो नहीं होता, वो उन्ही वादों पर खरा उतरके दिखता है |
एक ऐसा दर्द जिसमे न हम रो सकते हैं न किसी को बता सकते हैं, इस दर्द में हम सिर्फ अंदर ही अंदर घुटते जाते हैं ||
कभी मेरा भी एक दोस्त था, लेकिन आज वो बदल गया |
कुछ अच्छे कर्म जरूर किये होंगे मैंने, जो खुदा ने मुझे तुम्हारे जैसा दोस्त दिया।
मेरी हर गलती पर समझाया मुझे, पकड़ कर तुम्हारा हाथ हर मुश्किल
सुबह में देखा हर सपना सच नहीं होता, मैंने अपने ही सपनों को अपनी आंखों के सामने टूटते देखा है।
मत छोर काम्यबी को किस्मत के भरोसे पर, मैने मेहनत
हा हो सकता है कभी कभी हमने आपको रुला दिया,
पर क्या हमारा रिश्ता इतना कच्चा था जो दुनिया के कहने पर आपने हमें भुला दिया |
कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो भूलने पर भी भुलाये नहीं जाते।
कुछ ऐसे वादें कर जाते हैं, जो भूलने पर भी
भुलाये नहीं जाते।
आज फिर उनका खयाल है आया, लगता है जैसे किसीने दुखती नब्त को फिर है दबाया ।
बहुत की कोशिश उन्हें भुलाने की, लेकिन उनकी यादों से
क्या दिन थे वो भी, एक अज़ब सी कहानी थी | कभी वो याद कर लिया
करते थे, तो कभी हम, कुछ ऐसी सी हमारी अंडरस्टैंडिंग थी |
अगर कभी दिन में व्यस्त रहते थे, तो अकसर रात को बातें होती थीं|
बीते हुए साल हम पर कई जुर्म ढाए है | कहीं ना सुनी हो ऐसी अनकहे किसी सुनाए है |
कुछ लोगों ने जीते जी हमारे, हमें नरक के दर्शन कराये है |
थोड़ी हिम्मत रख, दूसरों के सामने अपनी बात रख । कोई ना सुने अगर बात तेरी, तो उची अपनी आवाज रख। ये खुदगर्जो की दुनिया है, यहां बस सबको अपनी पड़ी है।